दो मौत के बाद सीएमओ की खुली नींद ? या कार्यवाई के डर से हड़बड़ाहट…?
कही ये नोटिस आरोपी को फायदा पहुँचाने की साज़िश तो नही…?
नीलेश सोनी पेटलावद….!
नगर परिषद क्षेत्रान्तर्गत शहर के थांदला रोड़ पर अवैध रूप से बड़े पैमाने पर सिनेमा हॉल का निर्माण चल रहा था…लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदार इस ओर लापरवाह बने हुए थे। जबकि परिषद को ऑनलाइन आवेदन के आधार पर निर्माण कार्य की जानकारी अनुमति हेतु मिल चुकी थी। बावजूद उसके नगर परिषद सीएमओ या अन्य अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया ना ही संबंधित के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई…!
लगातार पिछले करीब 1 साल से चल रहे निर्माण कार्य के दौरान बीते 23 मार्च को एक बड़ा हादसा होकर दो लोगों की निर्माणाधीन सिनेमा हाल की छत गिरने से मौत हो गई। घटना के बाद नगर परिषद सीएमओ सहित परिषद के अधिकारियों बड़ी लापरवाही उजागर हुई थी लगातार मीडिया के माध्यम से भी लापरवाही को लेकर खबरें प्रकाशित की जा रही है। मामले को उठता देख अब नगर परिषद सीएमओ के माध्यम से अवैध निर्माणाधीन सिनेमा हॉल के मलिक नरसिंह दास के खिलाफ एक नोटिस जारी किया गया है और अब करवाई की बात कही जा रही है। लेकिन सवाल यह है कि जो काम हादसें से पहले ही हो जाना था, वह अब परिषद को करना पड़ रहा है। क्या दो मौत के बाद ही सीएमओ की नींद खुली या फिर अपने खिलाफ कार्यवाई के डर से हड़बड़ाहट में कार्यवाई जा रही है। जानकारों का कहना है कि जिस तरह से अवैध निर्माणाधीन सिनेमा हॉल को लेकर नरसिंह दास को नोटिस जारी किया गया है इस नोटिस से कहीं ना कहीं नरसिंह दास बैरागी को फायदा होगा हो सकता है इस नोटिस के आधार पर वह कोर्ट की शरण ले ले। ओर अपने अवैध निर्माण को जमीदोज होने से बचा ले। परिषद और तमाम अधिकारी जब इस निर्माण को अवैध घोषित कर चुके हैं तो फिर नोटिस देकर 3 दिन में परिषद कौन सा जवाब आरोपी से चाहती है? यह सोचनीय विषय है। हालांकि विभागीय तौर पर अभी भी जांच चल रही है…. एक बात ओर मामले में खबरों को रुकवाने ओर दबाव बनाने हेतु पत्रकारों और शिकायत कर्ताओ के खिलाफ षड्यंत्र शुरू हो चुके है… शिकायत कर्ताओ को टारगेट किया जा रहा है जबकि पत्रकारों के खिलाफ षड्यंत्र करने की बात सामने आ रही है… इसमें हम इतना ही कहेंगे विनाश काले, विपरीत बुद्धि…..!